अम्ल का एक रवेदार, पृष्ठीय निक्षेप बन जाता है, किंतु अन्य दोनों वर्गों के टैनिनों से नहीं बनता।
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ऐसी अवस्था में चमड़े पर पृष्ठीय निक्षेप बन जाता है, जिसके कारण वह अधिक दृढ़, कठोर, भारी तथा घर्षणरोधक (
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चूँकि अधिकतर ऐसे चमड़े बाद में रँगे जाते हैं, अत: ऐसी अवस्था उत्पन्न ही नहीं की जाती कि उनपर पृष्ठीय निक्षेप बने।
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चूँकि अधिकतर ऐसे चमड़े बाद में रँगे जाते हैं, अत: ऐसी अवस्था उत्पन्न ही नहीं की जाती कि उनपर पृष्ठीय निक्षेप बने।
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ऐसी अवस्था में चमड़े पर पृष्ठीय निक्षेप बन जाता है, जिसके कारण वह अधिक दृढ़, कठोर, भारी तथा घर्षणरोधक (wear resistant) हो जाता है।
6.
इलागी टैनिनों का एक गुण यह है कि इनके उपचार से चमड़े पर इलैगिक (ellagic) अम्ल का एक रवेदार, पृष्ठीय निक्षेप बन जाता है, किंतु अन्य दोनों वर्गों के टैनिनों से नहीं बनता।